
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सभी राजनीतिक दलों से एकजुटता की अपील की है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इस संकट की घड़ी में सभी पार्टियों को सरकार के हर कदम के साथ खड़े होना चाहिए। मायावती ने राजनीतिक दलों से पोस्टरबाजी और बयानबाजी के जरिए ‘घिनौनी राजनीति’ करने से बचने की सलाह दी, क्योंकि इससे जनता में भ्रम पैदा होता है, जो देशहित में नहीं है।
मायावती ने विशेष रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस को चेतावनी दी कि इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “सपा और कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बसपा इनके खिलाफ सड़कों पर भी उतर सकती है।”
मायावती ने बसपा के कुछ नेताओं के गलत व्यवहार पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नासमझी, जोश या विरोधी दलों के बहकावे में आकर गलतियां कर बैठते हैं, जिन्हें पार्टी हित में जिम्मेदारियों से हटाना या गंभीर मामलों में पार्टी से निकालना पड़ता है। हालांकि, माफी मांगने और सुधार के बाद ऐसे लोगों को पार्टी में वापस लिया जाता रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया बसपा में शुरू से चली आ रही है और अन्य पार्टियों में भी ऐसा होता है।
पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और केंद्र सरकार ने कड़े कदम उठाने का वादा किया है। मायावती ने इस घटना को लेकर एकता और सख्त कार्रवाई पर जोर दिया है।