बरेली: आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अनुराग आर्य ने बरेली में यातायात पुलिस कर्मियों को 50 टेम्प्रेचर कंट्रोल डिवाइस (AC हेलमेट) और 4 इंटरसेप्टर मोटरसाइकिलों का वितरण किया। यह वितरण यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने और पुलिस कर्मियों को गर्मी से राहत देने के उद्देश्य से किया गया।
SSP ने विधि-विधान से पूजा कर हेलमेट वितरित किए और इंटरसेप्टर मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये AC हेलमेट यातायात पुलिस को भीषण गर्मी और धूप से बचाएंगे, जिससे वे अपने ड्यूटी पॉइंट पर प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगे।
अनुराग आर्य ने पुलिस कर्मियों को पूर्ण मनोयोग से ड्यूटी करने, आमजन के साथ शालीन व्यवहार रखने और चल रहे अभियानों में प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पहल का लक्ष्य यातायात पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ाने के साथ-साथ बरेली में यातायात व्यवस्था को और सशक्त करना है। कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (यातायात) सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
AC हेलमेट तकनीक
एसी हेलमेट तकनीक: एक अवलोकन
एसी हेलमेट एक नवीन तकनीक है, जो विशेष रूप से गर्म मौसम में काम करने वाले लोगों, जैसे यातायात पुलिस, औद्योगिक श्रमिकों, या मोटरसाइकिल चालकों के लिए डिज़ाइन की गई है। यह हेलमेट न केवल सिर की सुरक्षा करता है, बल्कि इसके अंदर की ठंडी हवा से उपयोगकर्ता को गर्मी और धूप से राहत भी प्रदान करता है।
एसी हेलमेट की तकनीक
एसी हेलमेट में निम्नलिखित प्रमुख तकनीकी विशेषताएँ होती हैं:
- ठंडक प्रणाली (Cooling System):
- हेलमेट में छोटे, बैटरी-संचालित ठंडक उपकरण (solid-state cooling technology) या वेंटिलेशन सिस्टम लगे होते हैं, जो सिर के आसपास ठंडी हवा का संचार करते हैं।
- कुछ मॉडल्स में छोटे पंखे (fans) या एयर वेंट्स होते हैं, जो हवा को सिर की ओर प्रवाहित करते हैं, जिससे तापमान 10-15 डिग्री तक कम हो सकता है।
- कुछ हेलमेट्स थर्मोइलेक्ट्रिक तकनीक का उपयोग करते हैं, जो हेलमेट के अंदर ठंडी हवा को समान रूप से वितरित करती है।
- बैटरी और ऊर्जा:
- अधिकांश एसी हेलमेट बैटरी-संचालित होते हैं, जिनकी बैटरी 5 घंटे या उससे अधिक समय तक चल सकती है।
- कुछ मॉडल्स में मोटरसाइकिल की बैटरी से भी पावर ली जा सकती है।
- बैटरी को छोटे और लंबे समय तक चलने वाले दो प्रारूपों में डिज़ाइन किया गया है, ताकि उपयोगकर्ता की ज़रूरतों के अनुसार उपयुक्त हो।
- हल्का और उपयोगी डिज़ाइन:
- उदाहरण के लिए, हैदराबाद की कंपनी जार्श सेफ्टी द्वारा बनाए गए एसी हेलमेट का वजन केवल 200 ग्राम है, जिससे इसे लंबे समय तक पहनना आसान होता है।
- हेलमेट में सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए मजबूत सामग्री का उपयोग किया जाता है, जो इसे औद्योगिक या यातायात उपयोग के लिए उपयुक्त बनाता है।
- अतिरिक्त सुविधाएँ:
- कुछ स्मार्ट हेलमेट्स में इंटरनेट कनेक्टिविटी होती है, जो यातायात निगरानी जैसे कार्यों में मदद करती है।
- क्रैश डिटेक्शन जैसी सुविधाएँ भी कुछ मॉडल्स में उपलब्ध हैं, जो सुरक्षा को और बढ़ाती हैं।
उपयोग और लाभ
- यातायात पुलिस के लिए: बरेली, कानपुर, अलीगढ़, और गाजियाबाद जैसे शहरों में यातायात पुलिस कर्मियों को गर्मी से राहत देने के लिए एसी हेलमेट वितरित किए जा रहे हैं।
- औद्योगिक उपयोग: ये हेलमेट विशेष रूप से उन श्रमिकों के लिए उपयोगी हैं, जो भट्टियों या अत्यधिक गर्मी वाले वातावरण में काम करते हैं।
- मोटरसाइकिल चालकों के लिए: फेहर ACH-1 जैसे हेलमेट मोटरसाइकिल चालकों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो लंबी यात्राओं में ठंडक प्रदान करते हैं।
प्रभाव और पहल
भारत में कई पुलिस बलों ने इस तकनीक को अपनाना शुरू किया है। उदाहरण के लिए:
- कानपुर पुलिस ने हैदराबाद की एक स्टार्टअप कंपनी द्वारा निर्मित एसी हेलमेट का ट्रायल शुरू किया।
- अहमदाबाद और भुवनेश्वर में भी इस तरह के हेलमेट का प्रयोग शुरू हो चुका है।
- बरेली में 20 मई 2025 को 50 एसी हेलमेट यातायात पुलिस को वितरित किए गए, ताकि उनकी कार्यक्षमता बढ़े और गर्मी से राहत मिले।
एसी हेलमेट तकनीक एक क्रांतिकारी कदम है, जो गर्मी में काम करने वालों के लिए राहत और सुरक्षा दोनों प्रदान करती है। यह न केवल कार्यक्षमता बढ़ाती है, बल्कि स्वास्थ्य और आराम को भी प्राथमिकता देती है। जैसे-जैसे यह तकनीक और विकसित होगी, इसके उपयोग का दायरा और बढ़ने की संभावना है।