
भाखड़ा की तरह खमरिया में भी बनेगा अत्याधुनिक डेम, 160 गांवों को होगा फायदा, अधिकारियों ने किया निरीक्षण
जिले के खजुरिया थाना क्षेत्र से लगी बरेली सीमा पर खमरिया से होकर बहने वाली पश्चिमी बहगुल नदी पर अब पक्का बांध बनने के आसार लगभग पक्के हो गए हैं। इससे दोनों जिलों के करीब 160 गांवों के किसानों क सिंचाई के पानी का बड़ा फायदा होने वाला है। बुधवार को दोपहर ढाई बजे सिंचाई विभाग के एसडीओ गजहर हुसैन अंसारी तथा जेई पंकज सिंह व सीपी सिंह बांध स्थल पर पहुंचे।
उनके साथ बांध बनाने वाली महाराष्ट्र के नागपुर की कंपनी यूनिवर्सिटी हाइड्रो स्ट्रक्चर प्रा.लि. के सीईओ संजय मंधाना तथा इंजीनियर केशव मंधाना व अजीत मंधाना और उनकी टीम भी थी। इन लोगों ने बांध स्थल का भौतिक व तकनीकी निरीक्षण किया। साथ ही गाना कि पक्का बांध बनाने के लिए जगह उपयुक्त है और आगागी नवम्बर माह से निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है।
ज्ञात हो कि रामपुर व बरेली जिलों के 160 गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति करने हेतु किसान खमरिया में बीते वर्ष-2016 से लगातार कच्चा बांध बनाते चले आ रहे हैं। पूर्व विधायक व किसान नेता जयदीप सि बरार के नेतृत्व में बांध निर्माण के लिए किसानों द्वारा कारसेवा की जाती है। निरीक्षण के बाद पूर्व विधायक बरार का कहना है कि लंबे समय से पक्का बांध बनाने की उम्मीद उन्हें अब पक्की नजर आ रही है। हालांकि बांध निर्माण कोई लिखित सूचना अभी उनके संज्ञान में नहीं है।
वह अधिकारियों से इस बारे में पता करेंगे। वहीं, सूत्र बताते हैं कि खमरिया में बनने वाला पक्का बांध भी बिलासपुर के भाखड़ा डेम की तरह जर्मन तकनीक के ऑटोमेटिक वेयर गेट सिस्टम पर आधारित होगा। इस दौरान मौके प मौजूद किसानों में वेदप्रकाश कश्यप, कृष्णपाल सिंह, गौरव सिंह, महेन्द्र सिंह, रघुवीर सिंह, ओमपाल सिंह, ननुकी प्रसाद गौर्य, शंकर सिंह, रमेश सिंह आदि शामिल रहे।