पालिका द्वारा बंदर पकड़ो अभियान चलाने के कुछ महीनों बाद बंदरों के आतंक ने फिर से जोर पकड़ लिया है। सोमवार को एक युवती बंदरों के हमला करने पर बचने के प्रयास में छत से नीचे गिर पड़ी और लहुलुहान हो गई।
सरकारी अस्पताल में डॉक्टर को उसके सिर में कई टांके लगाने पड़े। अभी उसका उपचार जारी है। बिलासपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी घायल बेटी का उपचार कराने पहुंचे रमेश ने बताया कि वह एसडीएम कोर्ट के निकट शिव कॉलोनी के रहने वाले हैं।
सवेरे उनकी पुत्री रेशमा (18) घर की छत पर कपड़े सुखाने गई थी। वहां अचानक आए बंदरों ने उसे घुड़कियां दीं और हमला कर दिया। डर के मारे उनकी पुत्री ने लकड़ी की सीढ़ी से नीचे उतरने का प्रयास किया, तभी वह फिसल गई तथा सीढ़ी के साथ सिर के बल नीचे आ गिरी और लहुलुहान हो गई। डॉक्टर ने उसके सिर में कई टांके लगाए हैं।
वहीं, नागरिकों का कहना है कि नगर पालिका के अभियान के कुछ महीनों बाद क्षेत्र में बंदरों का आतंक फिर बढ़ गया है। इससे फिर से दुर्घटनाएं होने लगी हैं। पालिका प्रशासन को दोबारा से बंदर पकड़ो अभियान चलाना चाहिए।
बंदरों का आतंक: छत पर कपड़े सुखाने गई युवती जमीन पर नीचे गिरी धड़ाम, सिर हुआ लहुलुहान
